tag:blogger.com,1999:blog-1931655775894152620.post1946525106608449883..comments2023-05-19T14:52:18.996+05:30Comments on || Shabdsaukarya ||: बुल्ला दी आरसीAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/12872632982893051185noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-1931655775894152620.post-11992670657332961812011-09-10T22:07:30.302+05:302011-09-10T22:07:30.302+05:30जब किसी ने ऐसा कहा होगा "क्या और नयी बात नज़र...जब किसी ने ऐसा कहा होगा "क्या और नयी बात नज़र आती है कोई हम में, आयीना हमे देख के हैरान सा क्यूँ है?" तो जाने उसे पता था के नहीं की आईने के इस तरफ की दुनिया में इंसान कुछ ऐसे बदलता है खुद उसे भी नही पता होता की कब बदल गया, समझते हैं तुम्हारे साथ भी कुछ ऐसा ही है <br />और हाँ शिवम्! ज़िन्दगी में गिरना-संभलना तो होता ही रहता हैAnonymousnoreply@blogger.com